‘गुलाबी धूप’ एक ऐसे लेखक द्वारा संकलित कविता संग्रह है जो सीधी-साधी आम जनता की भाषा में अत्यन्त ख़ूबसूरती से मन और आत्मा की भावनाओं को काग़ज़ पर उतारने की क्षमता रखता है।
‘माँ के होंठ’, कवि ‘गुल’ राकेश का पहला कविता संग्रह सन् २०२४ में जनता के सामने आया जिसका पूरी गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
इनके लेखन की सरल शैली ने पाठकों को मन्त्रमुग्ध कर दिया। इस बात से प्रोत्साहित हो कर ‘गुल’ राकेश ने अपनी कुछ और रचनाओं को पाठकों से साँझा करने का निर्णय लिया जिसके फलस्वरूप ‘गुलाबी धूप’ आज हम सबके समक्ष है।
‘गुल’ राकेश, गुड़गांव और एनसीआर के जाने-माने कवि हैं। अत्यंत ही भावनात्मक कविताएँ लिखते हैं। रिश्तों को लफ़्ज़ों में पिरोने में उन्हें महारथ हासिल है। उनकी रचना पढ़ते हुये, पाठक अनजाने में ही उनके साथ उस सफ़र में हो लेता है। आत्मीयता की मिसाल हैं ‘गुल’।अपनी शख़्सियत से ग़ैरों को भी अपना बना लेते हैं। पिछले वर्ष प्रकाशित इनके कविता संकलन ‘माँ के होंठ’ को जनसमूह ने हृदय से स्वीकार किया।
लेखक होने के साथ, ‘गुल’ एक अच्छे गायक भी हैं और विभिन्न कार्यक्रमों में अपनी गायकी का प्रदर्शन करते हैं। सितंबर 2024 में ‘Rhythm and Notes’ के बैनर तले इनका म्यूज़िकल इवेंट ‘Tryst with Bollywood’, सुनने वालों पर अपनी अमिट छाप छोड़ गया।
‘गुल’ राकेश से #9999483824 और
rakeshgulati65@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।